बॉलीवुड की 10 महिला क्रेन्दित फिल्म ,जिसने समाज को एक नया नजरिया प्रदान किया।

  • February 28, 2024 / 03:00 AM IST

बदलते वक़्त के साथ-साथ बॉलीवुड में बहुत कुछ बदला है। हमारी इस इंडस्ट्री में पहले औरतों की छवि एक अबला नारी की हुआ करती थी। महिलाओं के किरदार ज्यादातर मजबूर मां, भोली-भाली पत्नी, प्यार में पागल प्रेमिका, बहुत ज्यादा ध्यान रखने वाली बहन, अपनी सीमा में रहने वाली बेटी, इस तरह के होते थे। लेकिन अब हमारी बॉलीवुड की हसीनाओं का टैलेंट सिर्फ पेड़ों के पीछे नाच गाने में नहीं है। वो ना केवल अपने हक़ के लिए लड़ना जानती है बल्कि खुद की सुरक्षा के लिए एक्शन और स्टंट भी करती है। पिछले कुछ सालों में बॉलीवुड में महिला केंद्रित फिल्मों की लहर चल पड़ी है। इन फिल्मों को देखकर ना केवल महिलाएं गर्व महसूस करती है बल्कि फिल्मों से प्रेरणा लेकर होकर खुद के लिए लड़ने को भी तैयार रहती हैं।

1.मणिकर्णिका

स्वतंत्र और ज़िद्दी महिला कंगना रनौत ने झाँसी की रानी रानी लक्ष्मीबाई के सम्मान में यह फिल्म बनाने का फैसला किया। मणिकर्णिका एक क्रूर सैनिक थी जिसने अपनी मातृभूमि को बचाने के लिए एक ब्रिटिश नागरिक से लड़ाई की थी। यह फिल्म कंगना रनौत और उनकी हर चीज को अपने दम पर ले जाने की क्षमता के बारे में है। राधा कृष्ण और कंगना रनौत द्वारा निर्देशित इस हिंदी ड्रामा फिल्म ने हमारा मन मोह लिया। आपको इसे बिल्कुल छोटा करना चाहिए!

2.बैंडित क्वीन (1994)

शेखर कपूर निर्देशित फिल्म बैंडित क्वीन दलित अत्याचार पर प्रकाश डालता है जिसमें एक दलित जाति की महिला जिसको इस तरह त्रस्त किया जाता है की अंत में वो हथियार उठाने को मजबूर हो जाती है। सीमा बिस्वास ने निचली जाति की महिला का किरदार निभाया था, जिसका उच्च पदस्थ ग्रामीणों द्वारा शोषण किया जाता है और जो डकैत बन जाती है।

3.छपाक (2020)

वर्ष 2020 में पर्दे पर आयी फिल्म “छपाक “एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर आधारित है. मेघना गुलज़ार द्वारा निर्देशित इस फिल्म में दीपिका पादुकोण मुख्य भूमिका में हैं. फिल्म में विक्रांत मेस्सी भी अहम किरदार निभाते नजर आते हैं. यह फिल्म समाज के कुकृत्य पर एक तमाचा का काम करता है।

4.मर्दानी (2014)

निर्देशक प्रदीप सरकार की फिल्म “मर्दानी” की कहानी एक महिला पुलिस की है, जो बच्चों के अवैध व्यापार के गोरखधंधे का खुलासा करती है इंस्पेक्टर की मुख्य भूमिका में रानी मुखर्जी नजर आई है वही जिशु सेनगुप्ता, अवनीत कौर ताहिर राज भसीन के किरदार भी अहम है।

5.मदर इंडिया (1957)

निर्देशक महबूब खान की फिल्म मदर इंडिया एक गरीब महिला पर केंद्रित है, जिसे एक नापाक साहूकार की धमकियों से बचते हुए अकेले अपने दो बेटों की देखभाल करने के लिए मजबूर किया जाता है, जब उसका पति अपमान में परिवार छोड़ देता है। मदर इंडिया महंगी हिंदी फिल्मों में से एक थी और इसे बॉलीवुड इतिहास में सबसे प्रतिष्ठित फिल्मों में से एक माना जाता है।

6.थप्पड़ (2020)

निर्देशक अनुभव सिन्हा की फिल्म थप्पड़ समाज में फैली पितृसत्तात्मक पहलू के भयावह रूप पर प्रकाश डालते है। फिल्म एक बात स्पष्ट कर देती है कि हिंसा और विषाक्तता के लिए कभी समझौता नहीं करना चाहिए, चाहे स्थिति कितनी भी भयावह क्यों न हो। फिल्म के मुख्य भूमिका में तापसी पन्नू, नैना ग्रेवाल व पवैल गुलाटी नजर आऐ है।

7.पिकू (2015)

निर्देशक सुजीत सरकार के फिल्म “पिकू” एक पिता और पुत्री के बीच समन्वय को दर्शाती हुई यात्रा की कहानी है, पिता के रूप में भास्कर एक जिद्दी अंदाज में नजर आते है। वही अमिताभ बच्चन के अलावा फिल्म में इरफान खान, दीपिका पादुकोण और मौसमी चटर्जी की भूमिका भी अहम है।

8.पैडमैन (2018)

सामाजिक कार्यकर्ता और उद्यमी अरुणाचलम मुरुगनाथम के जीवन से प्रेरित यह फिल्म एक ऐसे व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने गांव की महिलाओं को किफायती सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराने और स्वच्छता और मासिक धर्म के बारे में जागरूकता पैदा करने का जिम्मा लेता है। अपने परिवार के सदस्यों और गांव वालों की अस्वीकृति के बावजूद वह सैनिटरी पैड मशीन बनाने की ठान लेता है। यह फिल्म संवेदनशील विषय और मासिक धर्म से संबंधित कलंक और महिलाओं के लिए खतरनाक अस्वच्छ स्वच्छता प्रथाओं को शानदार ढंग से पेश करती है। आर. बाल्की द्वारा लिखित और निर्देशित इस फिल्म में अक्षय कुमार, राधिका आप्टे और सोनम कपूर हैं।

9.मॉम (2017)

मॉम एक क्राइम थ्रिलर है जो एक क्रोधित माँ के बारे में है जो न्याय पाने के लिए और अपनी बेटी के साथ बलात्कार करने वाले दोषियों का बदला लेने के लिए किसी भी हद तक जाने का प्रयास करती है, जब वे आज़ाद हो जाते हैं। रवि उदयावर द्वारा निर्देशित इस फिल्म में श्रीदेवी, सजल अली, नवाजुद्दीन सिद्दीकी , अक्षय खन्ना और अदनान सिद्दीकी जैसे कलाकार थे। श्रीदेवी, जिनका 2018 में निधन हो गया, ने मरणोपरांत 65 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीता। फिल्म ने एआर रहमान के संगीत के लिए सर्वश्रेष्ठ बैकग्राउंड स्कोर का पुरस्कार भी जीता।

10.हिचकी (2018)

निर्देशक सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म हिचकी वर्ष 2018 में आई एक इंस्पायरिंग फिल्म है। फिल्म की कहानी हिचकी से ग्रस्त एक महिला की है जो एक बड़े स्कूल में शिक्षिका बनती है। फिल्म के मुख्य भूमिका में रानी मुखर्जी, सुप्रिया पिलगांवकर ,शिवकुमार सुब्रमण्यम एवं जन्नत जुबैर नजर आऐ है।

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