पद्मभूषण मन्ना डे भारतीय संगीत में एक महान हस्ती हैं। मोहम्मद रफी भी कहा करते थे, “सारी दुनिया मेरे गाने सुनती है, मैं तो सिर्फ मन्ना डे के गाने सुनता हूं।”
गायक मन्ना डे को भारत का ‘क्लासिकल पॉप सिंगर’ भी कहा जाता था।उनका जन्म 1 मई 1919 को कोलकाता में हुआ था। 1943 में, मन्ना डे ने फिल्म ‘तमन्ना’ के साथ प्लेबैक सिंगिंग की दुनिया में अपना करियर शुरू किया। गाना तुरंत हिट हो गया था और लोगों ने गाने को काफी पसंद किया था। 1950 में दूसरी फिल्म ‘मसाल’ थी जिसमें मन्ना डे को सोलो सॉन्ग ‘ऊपर गगन विशाल’ गाने का मौका मिला था।
मन्ना डे ने अपने करियर के दौरान कई भारतीय भाषाओं में 3500 से अधिक गाने रिकॉर्ड किए थे।पद्मश्री (1971), पद्मभूषण (2005), और दादासाहेब फाल्के पुरस्कार (2007) ऐसे कितने ही पुरस्कार उनके नाम थे।मन्ना डे आज बेशक नहीं हैं, लेकिन उनके गीत सदैव अमर रहेंगे। आइए उनके कुछ बेहतरीन गीतों को फिर से याद करते हैं :
1. ज़िंदगी कैसी है पहेली (आनंद, 1971)
आनंद फिल्म का ये गाना सुपरस्टार राजेश खन्ना पर फिल्माया गया था। ऐसा कहा जाता है कि पहले फिल्म निर्माताओं द्वारा गाने को बैकग्राउंड में चलाने का फैसला किया गया था, लेकिन जब अभिनेता राजेश खन्ना ने इसे सुना, तो उन्होंने इसे फिल्माने के लिए कहा और फिर गाने को जुहू बीच पर शूट किया गया। ये गाना काफी हिट हुआ था और आज भी लोगों को इसके बोल याद रहते हैं।
2. ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे (शोले, 1975)
दोस्ती के लिए एंथम माना जाने वाला ये गाना आज भी सुपरहिट है। मन्ना डे और किशोर कुमार के बीच का ये ड्यूट सॉन्ग, शोले फिल्म के लिए था। अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र पर फिल्माया गया है ये गाना आनंद बख्शी द्वारा लिखा गया था।
3. प्यार हुआ इकरार हुआ है (श्री 420, 1955)
यह सुपर हिट गाना मन्ना डे और लता मंगेशकर द्वारा गाया गया है।
यह राज कपूर और नरगिस अभिनीत 1955 की फिल्म श्री 420 का गाना है। इस गाने को ब्लैक एंड व्हाइट में चित्रित किया गया है जिसमें राज और नरगिस की जोड़ी दिखती है।आज की नई पीढ़ी भी इस गाने को गुनगुनाती नजर आती है।
4. ऐ मेरी जोहरा जबी (वक्त, 1965)
इस गाने को मन्ना डे के करियर का सबसे सुपरहिट गाना माना जाता है। इस कव्वाली को एक अधेड़ उम्र के पिता पर फिल्माया गया है जो अपनी पत्नी से कहता है कि वह उसके जीवन की सबसे खूबसूरत महिला है।
5. यारी है ईमान मेरा यार मेरी जिंदगी (जंजीर,1973)
अफगान संगीत से प्रभावित फिल्म जंजीर का यह गाना अमिताभ बच्चन और प्राण पर फिल्माया गया था। मन्ना डे ने इस हिट गाने में प्राण के किरदार को अपनी आवाज दी थी। इसी फिल्म ने अमिताभ बच्चन को भारत के “एंग्री यंग मैन” के रूप में लोकप्रिय किया।
6. एक चतुर नार करके सिंगार (पड़ोसन,1968)
मन्ना डे और किशोर कुमार ने इसमें कमाल का मेल बनाया है। इस नंबर की लोकप्रियता के बारे में सभी जानते हैं। सुनील दत्त, किशोर कुमार और महमूद के बीच एक सिंगिंग ड्यूल के रूप में लिखा गया यह एक हास्य गीत था। दोनों का यह ड्यूल सायरा बानो के लिए था।
7. लागा चुनरी में दाग (दिल ही तो है ,1963)
राज कपूर और शास्त्रीय नृत्यांगना पद्मिनी प्रियदर्शिनी पर फिल्माया गया, यह गीत आज भी काफी लोकप्रिय है। साहिर लुधियानवी के लिखे बोल और मन्ना डे की राग भैरवी-आधारित रचना, इस गाने में दोनो का साथ होना जादुई है।
8. ऐ भाई ज़रा देख के चलो (मेरा नाम जोकर,1970)
मन्ना डे की उत्कृष्ट कृतियों में से एक, इसे एक सर्कस में राज कपूर पर फिल्माया गया था। संगीत शंकर-जयकिशन का था, जबकि नीरज ने जीवन के सुख-दुख पर दार्शनिक पंक्तियाँ लिखीं थी। गाने का एक हिस्सा विलियम शेक्सपियर की दुनिया के एक मंच होने की अवधारणा से प्रेरित था।
9. चलत मुसाफिर (तीसरी कसम ,1965)
भोजपुरी बोली में गाया गया फिल्म तीसरी कसम का यह गाना बहुत हिट हुआ था ।शंकर-जयकिशन ने शैलेन्द्र द्वारा पंक्तियाँ लिखने के साथ संगीत भी दिया था। इस गाने को एक नुक्कड़ नाटक स्टाइल ग्रामीण समूह के माहौल में, गीत कृष्ण धवन पर फिल्माया गया था जिसमें राज कपूर और वहीदा रहमान भी स्क्रीन पर दिखाई दिए थे।
10. ना चाहूं सोना चांदी (बॉबी ,1973)
मन्ना डे ने केवल इस गाने का शुरुआती हिस्सा गाया था, लेकिन उनकी आवाज पूरी तरह से प्रेमनाथ के किरदार के साथ मेल खाती थी। शैलेंद्र सिंह ने गीत में उनका साथ दिया था।
सीन में ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया को भी कास्ट किया गया था, जिसमें एक ग्रुप डांस दिखाया गया था। संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल का था और गाने के बोल आनंद बख्शी के थे।