बॉलीवुड अपने अनोखे गानों और अर्थपूर्ण लिरिक्स के लिए जाना जाता है।
गीत की सुंदरता का श्रेय गीतकारों को जाता है। यहाँ बॉलीवुड के शीर्ष 10 गीतकार हैं:
01. गुलज़ार: बॉलीवुड में सबसे प्रतिष्ठित और विपुल गीतकारों में से एक, गुलज़ार के गीत अपनी गहराई, कविता और विचारोत्तेजक कल्पना के लिए जाने जाते हैं। उनके गीत अक्सर प्रेम, लालसा और मानवीय भावनाओं के विभिन्न विषयों का पता लगाते हैं। उनकी कुछ प्रतिष्ठित कृतियों में “मेरा कुछ सामान,” “तेरे बिना जिंदगी से,” और “जय हो” शामिल हैं।
02. जावेद अख्तर: अपने शक्तिशाली और विचारोत्तेजक गीतों के लिए प्रसिद्ध, जावेद अख्तर बॉलीवुड में एक प्रमुख व्यक्ति रहे हैं। उनके गीत अक्सर सामाजिक मुद्दों, देशभक्ति और दार्शनिक विचारों को दर्शाते हैं। उनके द्वारा लिखे गए उल्लेखनीय गीतों में “एक दो तीन,” “पछले सात दिनों में,” और “सेनोरिटा” शामिल हैं।
03. समीर अंजान: समीर ने अनगिनत बॉलीवुड फिल्मों के लिए गीत लिखे हैं, जिससे वह उद्योग में सबसे सफल गीतकारों में से एक बन गए हैं। उनके गाने अपनी आकर्षक धुनों, रोमांटिक विषयों और सरल लेकिन प्रभावी शब्दों के लिए जाने जाते हैं। उनके द्वारा लिखे गए कुछ लोकप्रिय गानों में “पहला नशा,” “तुम दिल की धड़कन में,” और “दिलबर दिलबर” शामिल हैं।
04. आनंद बख्शी: आनंद बख्शी को अपने गीतों के माध्यम से सरलता और सापेक्षता के साथ जटिल भावनाओं को व्यक्त करने की क्षमता के लिए मनाया जाता है। उन्होंने कई हिट गाने लिखे हैं जो दर्शकों के बीच गूंजते रहते हैं। उनकी कुछ उल्लेखनीय रचनाओं में “ये दोस्ती,” “तेरे लिए,” और “तुझे देखा तो” शामिल हैं।
05. इरशाद कामिल: इरशाद कामिल हाल के वर्षों में एक प्रमुख गीतकार के रूप में उभरे हैं। उनके गीत अक्सर प्रेम, आत्मनिरीक्षण और मानवीय रिश्तों की पेचीदगियों को उजागर करते हैं। उनके काम में “जग घूमेया,” “आज दिन चढ़ेया,” और “अगर तुम साथ हो” जैसे यादगार ट्रैक शामिल हैं।
06. प्रसून जोशी: प्रसून जोशी के गीत अक्सर समकालीन मुद्दों को संबोधित करते हुए सामाजिक टिप्पणी के साथ काव्यात्मक सूक्ष्मता को जोड़ते हैं। उन्होंने बॉलीवुड में अपने योगदान के लिए कई पुरस्कार जीते हैं। उनके द्वारा लिखे गए कुछ लोकप्रिय गीतों में “माँ,” “खलबली,” और “चाँद सिफ़रिश” शामिल हैं।
07. स्वानंद किरकिरे: अपनी बहुमुखी प्रतिभा और काव्यात्मक अभिव्यक्तियों के लिए जाने जाने वाले, स्वानंद किरकिरे ने ऐसे गीत लिखे हैं जो आत्मविश्लेषी और भावपूर्ण दोनों हैं। उनके गीत अक्सर गहरी भावनाओं को व्यक्त करते हैं और कथा के सार को दर्शाते हैं। उनके द्वारा लिखे गए उल्लेखनीय गानों में “बंदे में था दम,” “बहती हवा सा था वो,” और “ओ री चिरैया” शामिल हैं।
08. अमिताभ भट्टाचार्य: अमिताभ भट्टाचार्य ने अपने अद्वितीय शब्दों और अपने गीतों के माध्यम से एक दृश्य के सार को पकड़ने की क्षमता के साथ बॉलीवुड में अपनी छाप छोड़ी है। उन्होंने “चन्ना मेरेया,” “बुल्लेया,” और “गेरुआ” सहित कई यादगार गीत लिखे हैं।
09. शैलेंद्र: हालांकि उन्होंने मुख्य रूप से 1950 और 1960 के दशक में काम किया, लेकिन शैलेंद्र की गीतात्मक प्रतिभा का जश्न मनाया जाता है। उनके गीतों को उनके गहरे अर्थ, दार्शनिक उपक्रमों और कालातीत अपील के लिए जाना जाता है। उनके कुछ प्रतिष्ठित कार्यों में “आवारा हूं,” “जीना यहां मरना यहां,” और “ये मेरा दीवानापन है” शामिल हैं।
10. वरुण ग्रोवर: वरुण ग्रोवर ने अपने गीतात्मक कौशल के लिए पहचान हासिल की है, अक्सर अपने गीतों में सामाजिक मुद्दों और समकालीन विषयों को संबोधित करते हैं। उनके काम में “मोह मोह के धागे,” “जुगनी,” और “तू किसी रेल सी” जैसे ट्रैक शामिल हैं।