बॉलीवुड की 10 भावनात्मक सिनेमा जो कलाईमेक्स तक जाते जाते दर्शकों के आँख नम कर देते है।

  • November 9, 2023 / 12:38 PM IST

  • 1.हाई-वे (2014)

स्टॉकहोम सिंड्रोम पर प्रकाश डालती हुई फिल्म जब आगे बढती है तो दर्शकों के आँखो में वीरा के लिए एक संतुष्टि उत्पन्न होती है, वही जब ज्ञात होता है वीरा अपने व्यक्तिगत जीवन में कितना बंधन महसूस कर रही होती है जो महावीर का साथ उसे आजाद करता है। महावीर की मृत्यु के बाद वीरा के दुख में दर्शक के आँख नम हो जाते है।
आलिया भट्ट एंव रणदीप हुड्डा स्टारर फिल्म “हाईवे” के निर्देशक इम्तियाज अली है।

  • 2.मसान (2015)

देवी को समाज के पारम्परिक व्यवस्था के अनुसार ना चल पाने की सजा और दीपक को अपने जीवन का प्रेम खो देने की सजा। उम्मीद की टूटती तरंगो के बीच फिल्म का हर पात्र हताश होकर दर्शकों को रोने के लिए मजबूर कर देता है। निर्देशक नीरज घ्यावान की फिल्म “मसान” की मुख्य भूमिका में रिचा चड्ढा विकी कौशल, श्वेता त्रिपाठी और संजय मिश्रा नजर आऐ है।

  • 3.वीर- जारा (2004)

कहते है प्रेम जब आता है तो समूचा संसार हमारी मुठ्ठी में होता है.. सरहदों के फासले भी मिट जाते है। फिल्म वीर जारा की कहानी इसी सरहद पार की प्रेम कहानी है जो 22 साल बाद एक प्रेमी के पुनर्मिलन पर देखने वालो को जी भर कर रूलाती है।
निर्देशक यश चोपड़ा की फिल्म वीर जारा की मुख्य भूमिका में शाहरुख खान प्रीति जिंटा, रानी मुखर्जी , अमिताभ बच्चन एंव मनोज बाजपाई नजर आए है।

  • 4.तारें जमीं पर (2007)

कलाकार की नजरों से दुनिया देखी जाऐं तो वो चाँद को गेंद बना कर अपनी कल्पनाओं में खेल लेगा। और सारी दुनिया बस चाँद को छुने के सपने देखती रह जाऐगी। ईशान का डिस्लेक्सिया से पीड़ित होना उसकी कमजोरी नही उसकी ताकत थी इसका एहसास कराया नऐ ड्रॉइंग टीचर ने और इसके सफर में दर्शको का आँख नम होना लाजिमी था।
निर्देशक अमोल गुप्ते की फिल्म “तारे जमीन पर” के मुख्य भूमिका में आमिर खान, दर्शील सफारी, टिस्का चोपड़ा एवं विपिन शर्मा नजर आए है।

  • 5.बागबान (2003)

निर्देशक रवि चोपड़ा की फिल्म “बागबान” के मुख्य भूमिका में अमिताभ बच्चन हेमा मालिनी, महिमा चौधरी और परेश रावल नजर आए है।
फिल्म की कहानी एक रिटायर्ड माँ बाप और उनके बेटे के बीच के समन्वय की है। उनके बच्चे के दुर्व्यवहार एवं उनकी महत्वाकांक्षा दर्शकों की आँखे भर देती है।

  • 6.लूटेरा (2013)

उम्मीद इंसान को बुरे से बुरे वक्त में जीने का हौसला देती है, ठीक उसी तरह जिस तरह वरूण पाखी को उम्मीद देता है ठूंठ हुऐ पेड़ पर कभी ना मुरझाने वाला पत्ता लगाकर… और इसके साथ दर्शकों के मन में भावना की सागर उमड़ पड़ती है। निर्देशक विक्रमादित्य मोटवानी की फिल्म ” लूटेरा” के मुख्य किरदार रणवीर सिंह एवं सोनाक्षी सिन्हा है।

  • 7.सरबजीत (2016)

कई बार अन्जाने में उठी कदम इतनी भयावह हो जाती है की वह भविष्य को भी खा जाती है, सरबजीत के भविष्य को बचाने के लिए , दलबीर ने एड़ी चोटी एक कर दी, दलबीर की उम्मीद दर्शक के दिल से होकर गुजरती रही और हर पल सीना छलनी करते रही। निर्देशक ओमंग कुमार की फिल्म “सरबजीत” के मु़ख्य किरदार रंदीप हुड्डा ,ऐश्वर्या राय , रिचा चड्ढा एवं दर्शन कुमार है।

  • 8.माय नेम इज खान (2010)

क्या यह अजीब नहीं है कि किसी व्यक्ति को अपने द्वारा नहीं चुने गए अंतिम नाम के कारण कितना अन्याय सहना पड़ा, रिजवान खान, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के राष्ट्रपति से मिलने के लिए यात्रा करता है और अपने धर्म के बारे में लोगों की धारणा बदलने का प्रयास करता है , और इस पुरी प्रक्रिया रिजवान जिस जिस मोड़ से गुजरता है वह रूलाने के लिए काफी है। निर्देशक करण जौहर के फिल्म “माय नेम इज खान ” के मुख्य किरदार, शाहरुख खान ,काजोल और जिम्मी शेरगिल है।

  • 9.देवदास (2002)

संसार की सारी खुशियाँ एक तरफ, प्रेमी के लिए प्रेमिका के बांहो का सुकून एक तरफ, देव को मौत मिली यह प्रत्याशित थी, काश वह मौत पारों के बांहो में होती ये हर दर्शक के दिल में चलने वाली इच्छा थी। निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास कई सारे पुरस्कारों से चयनित एक बेहतरीन कल्ट सिनेमा ।
फिल्म की मुख्य भूमिका में शाहरुख खान, माधुरी दीक्षित, ऐश्वर्या राय एंव जैकी श्रॉफ नजर आए।

  • 10.सनम तेरी कसम (2016)

निर्देशक राधिका राव एवं विनय सप्रू की फिल्म “सनम तेरी कसम” वर्ष 2016 में परदे पर आई एक रोमांटिक ड्रामा फिल्म थी। फिल्म के कहानी दो विपरीत विचार रखने वाले एक जोड़े की है जिसका अंत दर्शकों को रूला देता है।
फिल्म की भूमिका में हर्षवर्धन राणे, मावड़ा होशाने ,मनीष चौधरी एवं अनुराग सिन्हा नजर आए है।

Read Today's Latest Movie News Update. Get Filmy News LIVE Updates on FilmyFocus