1.अलीगढ़ ( 2015)
हंसल मेहता द्वारा निर्देशित अलीगढ़ समलैंगिकता के पृष्ठभूमि पर बनी उम्दा फिल्मों में से एक है। मनोज वाजपेयी एंव राजकुमार राव के शानदार अभिनय के साथ फिल्म जिस नैतिकता के स्वांग भरने वाले समाज के रूप को उजागर करती है। यह अपने आप में एक सीख देने वाला विषय ज्ञात होता है।
फिल्मफेयर (क्रिटिक) से लेकर एशिया पैसिफिक स्क्रीन अवार्ड्स को अपने नाम करने वाली इस फिल्म को अद्वितीय की श्रेणी में रखा जाना अतिश्योक्ति नही होगी।
2.बधाई दो (2022)
निर्देशक हर्षवर्धन कुलकर्णी की फिल्म “बधाई दो”एक समलैंगिक पुरुष और सुमी, एक समलैंगिक महिला की है, जो शादी करने के लिए साथियों के दबाव पर पूर्ण विराम लगाने के लिए शादी कर लेते हैं। फिल्म की मुख्य भूमिका में चूम दारांग, राजकुमार राव एंव भूमि पेडनेकर नजर आऐ है।
3. एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा (2019)
निर्देशक शैली चोपड़ा धर की फिल्म एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा , एक पंजाबी लड़की स्वीटी की कहानी है, जो हमेशा दुल्हन बनने का सपना देखती है लेकिन शादी के हर प्रस्ताव को अस्वीकार करती रहती है। और फिर आख़िरकार उसकी ज़िंदगी में एक लड़का आता है, जिसके साथ वह खुलेआम शादी के प्रस्ताव को अस्वीकार करने का असली कारण कबूल कर सकती है। फिल्म के मुख्य किरदार अनिल कपूर, सोनम कपूर, जूही चावला व राजकुमार राव है।
4. चंडीगढ़ करे आशिकी (2021)
निर्देशक अभिषेक कपूर की फिल्म चंडीगढ़ करे आशिकी ट्रांसवुमेन के जीवन पर प्रकाश डालती है। आयुष्मान खुराना और वाणी कपूर की मुख्य भूमिका वाली यह फिल्म एक ठेठ पंजाबी लड़के की प्रेम कहानी है जिसे एक ट्रांसवुमन से प्यार हो जाता है। फिल्म समाजिक रूढ़िवादिता को तोड़ने में सफल होती है।
5.शुभ मंगल ज्यादा सावधान (2020)
निर्देशक हितेश केव्लया की फिल्म शुभ मंगल ज्यादा सावधान समलैंगिक प्रेमियों पर आधारित कहानी है। दो लोगों की कहानी जो प्यार में पड़ जाते हैं और एक खुशहाल जीवन जीने के लिए अपने प्यार के बीच हर चट्टान से लड़ते हैं, एक अच्छे सामाजिक संदेश के साथ मनोरंजन की खुराक से कम नहीं है। फिल्म की मुख्य भूमिका में जितेंद्र कुमार, पंखुरी अवस्थी रोडे, आयुष्मान खुराना व मानवी गग्रू नजर आऐ है।
6.फायर( 1996 )
निर्देशक दीपा मेहता ने समलैंगिक प्रेमियों पर एक फिल्म का निर्माण करके दर्शकों को समलैंगिक प्रेम के बारे में शिक्षित करने का फैसला किया। फायर शीर्षक वाली यह फिल्म एक दबी हुई गृहिणी राधा की कहानी है जो अपनी भाभी सीता से प्रेम कर बैठती है। फिल्म अपने वक्त की अति विवादित रही है। फिल्म की मुख्य भूमिका में शबाना आजमी, नन्दिता दास एवं करिश्मा जलानी नजर आऐ है।
7.मार्गरीटा विद अ स्ट्रॉ
निर्देशक सोनाली बोस की फिल्म ‘मार्गरीटा विद अ स्ट्रॉ’ एक सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित एक युवती की कहानी है , जिसे एक महिला से प्यार हो जाता है। फिल्म विकलांगता, उभयलिंगीपन और समुदाय के प्रकाश डालती है, फिल्म की मुख्य भूमिका में कल्कि कोचलिन , श्यानी गुप्ता एवं रेवती नजर आयी है।
8.अजीब दास्ताँ :: गीली पुच्ची (2021)
मसान के निर्देशक नीरज घयावान की फिल्म “गीली पुच्ची” अजीब दास्तां संकलन का एक खंड है , जो जाति पर एक टिप्पणी भी प्रस्तुत करती है। गीली पुच्ची एक ऊंची जाति की कामकाजी पत्नी ( अदिति राव हैदरी ) और एक दलित समलैंगिक महिला ( कोंकणा सेन शर्मा ) के बीच समीकरण के बारे में बात करती है , जो पेशेवर सीढ़ी पर चढ़ने का लक्ष्य रखती है।
9.माई ब्रदर निखिल (2005)
निर्देशक ओनिर की फिल्म “माई ब्रदर निखिल” में निखिल कपूर (संजय सूरी) की कहानी है, जो एक राज्य-स्तरीय तैराक है, जिसे उसका परिवार बहुत प्यार करता है। चीजें तब बदल जाती हैं जब निखिल को एचआईवी का पता चलता है। उसकी बहन अनामिका (जूही चावला) और बॉयफ्रेंड निगेल (पूरब कोहली) के अलावा बाकी सभी लोग उसके खिलाफ हो जाते हैं। फिल्म सहजता से समलैंगिकता को स्वीकार करता मालूम पड़ता है।
10.बॉम्बे टॉकीज़ (2013)
बॉम्बे टॉकीज के संकलन में चार अलग-अलग निर्देशकों की चार लघु कहानियां शामिल थीं, लेकिन एक कहानी जो सबसे ज्यादा चर्चित रही वह करण जौहर की थी। रणदीप हुडा और रानी मुखर्जी की मुख्य भूमिका वाली यह फिल्म मुंबई के एक व्यस्त जोड़े की कहानी है, जहां पति एक समलैंगिक व्यक्ति है। यह दर्शाते हुए कि युगल के बीच रोमांस में किस तरह खटास आ जाती है, यह फिल्म एक समलैंगिक व्यक्ति के संघर्ष को दर्शाती है।