निर्देशक विकास बहल की फिल्म “गुडबाय” की कहानी एक परिवार की है।
जो उस वक्त टूट जाता है, जब मां अचानक गुजर जाती है और बच्चे उसका अंतिम संस्कार करने के लिए घर जाने की कोशिश करते हैं। बुजुर्ग पिता की भूमिका में अमिताभ बच्चन काफी प्रेरणादायी नजर आते है वही फिल्म में
रश्मिका मन्दाना, पवैल गुलाटी और नीना गुप्ता के किरदार भी अहम है।
102 साल के दत्तात्रेय वखारिया जब अपने 75 साल के बेटे बाबूलाल को सुधारने की कोशिश करता है तो उमेश शुक्ल निर्देशित फिल्म सफल मालूम पड़ती है। पिता और पुत्र के कलयुगी रिश्ते को आईना दिखाते हुऐ बच्चन साहब और ऋषि कपूर ने कभी हँसाया तो कभी आँख नम करने में सफल रहे।
निर्देशक सुरज बड़जात्या की फिल्म “ऊंचाई” तीन सेवानिवृत्त दोस्त की कहानी है। जो आखरी साँसे ले रहे अपने एक दोस्त की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए एवरेस्ट बेस कैंप की यात्रा पर जाते हैं तब उन्हें स्वतंत्रता और जीवन का सही अर्थ समझ आता है।फिल्म की मुख्य भूमिका में अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर, परिणीति चोपड़ा, व बोमन ईरानी नजर आऐ है।
निर्देशक सुजीत सरकार के फिल्म “पिकू” एक पिता और पुत्री के बीच समन्वय को दर्शाती हुई यात्रा की कहानी है, पिता के रूप में भास्कर एक जिद्दी अंदाज में नजर आते है। वही अमिताभ बच्चन के अलावा फिल्म में इरफान खान, दीपिका पादुकोण और मौसमी चटर्जी की भूमिका भी अहम है।
निर्देशक रूमी जाफरी की फिल्म “चेहरे” तीन रिटायर्ड बुजुर्ग की कहानी है जो एक सुनसान जगह पर घर बनाकर रहते हैं ,फिल्म में परेशानी तब आती है जब समीर मेहरा इन निवासियों के साथ इस घर में शरण लेता है। फिल्म के मुख्य भूमिका में रिया चक्रवर्ती, इमरान हाशमी ,अमिताभ बच्चन, धृतिमान चटर्जी एवं अनु कपूर नजर आएं है।
निर्देशक हितेश भाटिया की फिल्म “शर्मा जी नमकीन” एक सेवानिवृत्त व्यक्ति की महत्वाकांक्षा की कहानी है। ब्रिज गोपाल शर्मा अपनी पाक कला को उजागर करने की कोशिश करते हैं जिस पर उनका परिवार प्रतिकूल प्रतिक्रिया करता है
फिल्म की मुख्य भूमिका में ऋषि कपूर ,इशा तलवार ,सोहेल नैयर एंव परेश रावल नजर आऐ है।
निर्देशक सुभाशीष भुटियानी की फिल्म “होटल सेलवेशन” काशी की मान्यता को दर्शाते हुऐ एक रिटायर्ड व्यक्ति के किंकर्तव्यविमूढ़ परिस्थितियों का वर्णन करती है।
फिल्म की मुख्य भूमिका में ललित बहल, आदिल हुसैन, गीतांजलि कुलकर्णी, पलोमी घोष एवं अनिल रस्तोगी नजर आएं है।
निर्देशक लीना यादव की फिल्म “राजमा चावल” जेनरेशन गैप के मुख्य बिंदू को दर्शाती है, फिल्म पिता-पुत्र के रिश्ते को दर्शाती है जिसमें पिता सोशल मीडिया के जरिए अपने बेटे से नजदीक आने की कोशिश करता है। फिल्म की मुख्य भूमिका में ऋषि कपूर ,अमायरा दस्तूर ,अपारशक्ति खुराना एवं मुकेश छाबरा नजर आएं है।
निर्देशक तुषार हीरानंदानी की फिल्म “सांड की आँख” दो 60 वर्षीय महिलाओं की कहानी है जो एक पितृसत्तात्मक समाज में रहती है। जिन्हें गलती से अपने शूटिंग कौशल के बारे में पता चलता है उसके बाद वह कई तरीके से खुद को आजमाती है और कई प्रतियोगिताओं में भाग लेती है। फिल्म की मुख्य भूमिका में भूमि पेडणेकर ,निखत खान, सारा अर्जुन, तापसी पन्नू और प्रकाश झा नजर आऐ है।
निर्देशक राहुल वी. चित्तेला की फिल्म “गुलमोहर” एक घर की कहानी है, फिल्म अतीत और वर्तमान के कई नॉस्टेलजिक माहौल से गुजरते हुए रिश्तो के मतभेदों को उजागर करती है। फिल्म में माता और पिता की भूमिका में शर्मिला टैगोर और मनोज बाजपेयी बेहतरीन नजर आए हैं । वही सिमरन, सूरज शर्मा और अमोल पालेकर के किरदार भी अहम है।