हॉलीवुड के सभी महान महाकाव्य शो और फिल्में देखने वाले लोग हमेशा शिकायत करते थे कि रामायण और महाभारत जैसे भारतीय महाकाव्यों पर कोई हॉलीवुड टाइप, भव्य पैमाने की फिल्म क्यों नहीं बनाई जाती है!
अजय देवगन की ‘तान्हाजी’ में लोगों ने देखा था कि वीएफएक्स, सीजीआई जैसी टेक्निकल चीजों पर डायरेक्टर ओम राउत की पकड़ काफी मजबूत है। इसलिए जब ओम राउत ने रामायण पर आधारित फिल्म ‘आदिपुरुष’ की घोषणा की तो भारतीय सिनेमा प्रेमियों का उत्साह एक अलग ही स्तर पर पहुंच गया।
फिर इस प्रोजेक्ट में भगवान राम के रोल में ‘बाहुबली’ स्टार प्रभास का दिखना और 500 करोड़ रुपये का बजट भी माहौल को जोरदार बनाने की वजह बना।
भारतीय महाकाव्यों में से एक, रामायण का ओम राउत का संस्करण आखिरकार आज की आधुनिक सिनेमाई दृष्टि के साथ बड़े पर्दे पर हिट होने के लिए तैयार है।
‘रामायण’ के राइटर-डायरेक्टर रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने अपने पिता पर एक किताब लिखी है। इस किताब में उन्होंने ‘रामायण’ बनाने में आई चुनौती का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने 80 के दशक में सीरियल को तैयार किया था, जब तकनीक आज की तरह एडवांस नहीं थी।
वहीं पर्दे पर सिनेमाई दृष्टि हासिल करने के लिए ‘आदिपुरुष’ में तकनीक का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया गया है। ‘रामायण’ और ‘आदिपुरुष’ दोनों के निर्माताओं ने अपनी तरफ से बेहतरीन रिसर्च का दावा किया है। लेकिन पर्दे पर राम कथा में बताए गए चित्रों का प्रतिनिधित्व लोगों को ‘रामायण’ से ही याद रहेगा।
‘आदिपुरुष’ निश्चय ही हर दृष्टि से एक विराट दृष्टि लेकर आ रहा है, जिसके साथ रामकथा का भव्य रूप पर्दे पर देखने को मिल रहा है। यह तय है कि मोशन कैप्चर, एनिमेशन और 3डी जैसी उन्नत फिल्म निर्माण तकनीकों से लैस ‘आदिपुरुष’ बड़े पर्दे पर एक अद्भुत, शानदार दृश्य अनुभव लाने वाला है। लेकिन रामकथा का इमोशनल कनेक्ट और ड्रामा वैल्यू बहुत अहम चीज है।
बताते चलें, आदिपुरुष 16 जून को थिएटरों में रिलीज होने वाली है।