‘आदिपुरुष’ के संवाद को लेकर काफी विवाद हो रहा है, अब इस पर फिल्म के मेकर्स ने बड़ा कदम उठाया है और फिल्म के विवादित संवाद को बदल दिया है।
16 जून को रिलीज हुई फिल्म ‘आदिपुरुष’ को लेकर फैंस काफी उत्साहित थे, पर रिलीज के बाद फिल्म दर्शकों के उम्मीद पर खड़ी नहीं उतर पाई। फिल्म के संवाद को लेकर फैंस काफी नाराज थे, और इस पर काफी विवाद भी हुआ।
विवाद को खत्म करने के लिए फिल्म के मेकर्स ने फिल्म का संवाद बदलने का फैसला लिया है। अब फिल्म इन बदले संवाद के साथ दिखाया जाएगा। चलिए डालते हैं उन संवादों पर नजर जिन्हें बदला गया है।
‘कपड़ा तेरे बाप का, तेल तेरे बाप का, लंका तेरे बाप की, जलेगी भी तेरे बाप की’ इसे बदल कर ‘कपड़ा तेरी लंका का, तेल तेरी लंका का, आग भी तेरी लंका की, जलेगी भी तेरी लंका ही’ किया गया है।
‘जो हमारी बहनों को हाथ लगाएगा… उनकी लंका लगा देंगे’ इसे बदल कर ‘जो हमारी बहनों को हाथ लगाएगा… उनकी लंका में आग लगा देंगे’ किया गया है।
‘मेरे एक सपोले ने तुम्हारे शेषनाग को लंबा कर दिया…..’ इसे बदल कर ‘मेरे एक सपोले ने तुम्हारे इस शेषनाग को समाप्त कर दिया…..’ किया गया है।
‘तू अंदर कैसे घुसा? तू जानता भी है मैं कौन हूं?’ इसे बदल कर ‘तुम अंदर कैसे घुसे? तुम जानते भी हो कौन हूं मैं? किया गया है।