राणा दग्गुबाती, सान्या ठाकुर, अभिनव गोमातम, आर्यन राजेश, मकरंद देशपांडे, जिशु सेन गुप्ता, नितिन मेहता, रवि वर्मा, कृष्णा तेजा और अन्य (Cast)
गैरी बीएच (Director)
के राजशेखर रेड्डी (Producer)
विशाल चन्द्रशेखर, श्री चरण पकाला (Music)
वामशी पैचीपुलुसु, मार्क डेविड (Cinematography)
निखिल ‘स्पाई’ नाम की एक और पैन इंडियन फिल्म के साथ वापस आ गए हैं। फिल्म का निर्देशन प्रसिद्ध संपादक गैरी बीएच ने किया है, इस फिल्म में राणा ने एक कैमियो भूमिका निभाई है। ‘स्पाई’ स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की मौत के रहस्य के बारे में है। फिल्म आज सिनेमाघरों में आ चुकी है। चलिए जानते हैं कैसी है यह फिल्म!
क्या है फिल्म की कहानी?
खादिर (नितिन मेहता) एक मोस्ट वांटेड आतंकवादी है जो भारत के लिए एक बड़ा खतरा बन गया है। रॉ एजेंट सुभाष (आर्यन राजेश) खादिर को मार देता है, लेकिन रहस्यमय परिस्थितियों में सुभाष की भी मौत हो जाती है। रॉ को जल्द ही पता चलता है कि खादिर जीवित है और उसे खत्म करने के लिए एक मिशन की योजना बनाता है। जय (निखिल) एजेंटों में से एक है, जो सुभाष का भाई है। जय के दो उद्देश्य हैं, पहला मकसद खादिर को मारना है, जबकि दूसरा मकसद यह पता लगाना है कि सुभाष को किसने मारा। आगे क्या हुआ? क्या रॉ या खादिर को बढ़त हासिल है? यह जानने के लिए आपको देखनी होगी मूवी ‘स्पाई’!
कैसी है कलाकारों की एक्टिंग?
निखिल ने एक शानदार बदलाव किया है और अपने करियर में पहली बार एक्शन से भरपूर भूमिका निभाई है और यह किरदार उनका दमदार है। इस फिल्म से पहले निखिल ने नरम भूमिकाएँ निभाई थीं लेकिन इस फिल्म में रॉ एजेंट के किरदार में उन्होंने अच्छा परफार्मेंस दिया है। चाहे उनका लुक हो या स्क्रीन प्रजेंस, निखिल ने शानदार काम किया है। फिल्म में ईश्वर्या मेनन भी बेहतरीन हैं और निखिल का बखूबी साथ देती हैं। अभिनव गोमातम एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और वह खूब हंसाते हैं और उनका सहायक अभिनय भी काफी अच्छा है।
कैसा है फिल्म का निर्देशन और एडिटिंग?
इस फिल्म का निर्देशन गैरी बीएच ने किया है, वहीं फिल्म का एडिटिंग भी उन्होंने खुद ही किया है। चूँकि फिल्म के निर्देशक स्वयं एक संपादक हैं, गैरी बीएच ने अपने संपादन भाग में बहुत अच्छा काम किया है। हालाँकि दृश्यों में कुछ अंतराल है, लेकिन जब एक्शन एपिसोड की बात आती है तो बाकी संपादन अच्छा है। फिल्म में बेहतरीन दृश्य हैं और जो रॉ एजेंट सेटअप दिखाते हैं वे भी बेहतरीन हैं। गैरी के काम में थोड़ा परफेक्शन की जरूरत थी, हालांकि फिर भी उन्होंने अच्छा किया है।
रिव्यू
‘स्पाई’ निखिल का पहला जासूसी ड्रामा फिल्म है जिसमें वह एक रॉ एजेंट की भूमिका निभाते हैं। जिस तरह से कहानी को महान सुभाष चंद्र बोस से जोड़कर बुना गया है, वह बहुत अच्छा लग रहा है। एक जासूसी एजेंट के रूप में निखिल अच्छे लगते हैं और आत्मविश्वास के साथ अभिनय करते हैं।
राणा दग्गुबाती का कैमियो अच्छा है। हालाँकि कैमियो लंबे समय तक नहीं चलता, लेकिन यह प्रभावी है। राणा जिस तरह से नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रमुखता बताते हैं वह आश्चर्यजनक है। राणा के कैमियो के बाद आज़ादी गीत आता है और फिल्म का यह दिलचस्पी पैदा करता है।
ईश्वर्या मेनन अपनी भूमिका में ठीक हैं। सान्या ठाकुर, नितिन मेहता, मार्कंड देशपांडे और रवि वर्मा ने वही किया जो उनसे अपेक्षित था। तुलनात्मक रूप से दूसरा भाग बेहतर है, क्योंकि इसमें कुछ अच्छे क्षण हैं।
हालाँकि फिल्म में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बारे में एक दिलचस्प बात है, लेकिन फिल्म के निर्माता इसके इर्द-गिर्द एक साफ-सुथरी पटकथा बुनने में सफल नहीं हुए। अधिकांश भाग में स्टोरी थोड़ा बोरिंग हो जाती है, और यह हमें अधिक उत्साहित नहीं करती है।
फिल्म के तकनीकी भाग पर बात करें तो स्क्रीनप्ले थोड़ा और भी बेहतर हो सकती थी। प्रोडक्शन डिज़ाइन, एक्शन ब्लॉक और स्टाइलिश स्लो-मोशन शॉट्स को अच्छी तरह से संभाला गया है।
स्पाई निखिल की अब तक की सबसे बड़ी फिल्म है, निखिल ने एक्शन से भरपूर किरदार में महफिल लूट ली है। एक्शन एपिसोड अच्छे हैं और रोमांच भी। यदि आप दूसरे भाग में कुछ दृश्यों को नजरअंदाज कर दें, तो स्पाई एक आसान एक्शन ड्रामा है जो सभी एक्शन फिल्म प्रेमियों को आकर्षित करेगा।