क्या है फिल्म की कहानी?
फिल्म की नायिका अंडरकवर सीक्रेट एजेंट दुर्गा (राधिका आप्टे) कोलकाता में ही रहती है। अनाथालय में पली-बढ़ी दुर्गा अपने देश के लिए कुछ करने का ख्वाब लिए बाकायदा ट्रेनिंग लेकर सीक्रेट फोर्स में भर्ती हुई थी। अब वह अपने कवर की खातिर कोलकाता के एक बिजनेसमैन से शादी करके गृहस्थी बसा लेती है। उसकी फैमिली में पति, सास-ससुर और एक बेटा है। अकेली पूरी गृहस्थी का बोझ उठाने में जुटी दुर्गा को रात में अक्सर ऐसे सपने आते हैं, जिनमें वह अकेली देश के दुश्मनों को धूल चटाती है। पिछले 12 साल सें घर गृहस्थी में रमी दुर्गा को एक दिन अचानक सीक्रेट सर्विस के चीफ रंगीला (राजेश शर्मा) संपर्क करते हैं। दुर्गा को उस कॉमन मैन को पकड़ना है, जो महिलाओं की हत्या कर रहा है। वह दुर्गा को बताते हैं कि सीक्रेट सर्विस का रेकॉर्ड आग में जल जाने के कारण एजेंसी के साथ उसका कॉन्टेक्ट खत्म हो गया था। लेकिन अब जब कॉमन मैन ने सारे फील्ड एजेंट्स को निपटा दिया, तो उन्होंने उससे निपटने के लिए काफी मुश्किल से दुर्गा का रेकॉर्ड तलाशा है।
कैसी है फिल्म ?
राधिका आप्टे की आखिरी फिल्म सिनेमाघरों में ‘विक्रम वेधा’ (हिंदी) रिलीज हुई थी, उसमें उनका कुछ खास काम नहीं था। अब इस बार राधिका अंडरकवर बन कर लौटी तो हैं पर इस बार भी उनका किरदार कमाल नहीं दिखा पाया।
फिल्म ‘मिसेज अंडरकवर’ एक कॉमिक थ्रिलर होने की कोशिश करती है। इस फिल्म में रहस्य और रोमांच तो है लेकिन बीच बीच में दर्शकों को हंसाने और गुदगुदाने की कोशिश भी की गई हैं, पर वो जबरदस्ती का लग रहा है।
फिल्म ‘मिसेज अंडरकवर’ में अभिनेत्री राधिका आप्टे की भूमिका में कुछ ख़ास विकास नजर नहीं आता। राधिका आप्टे एक अंडरकवर एजेंट दुर्गा की भूमिका में कमाल कर सकती थीं, जो सपनों में जेम्स बॉन्ड जैसे अपने ही एक्शन सीन देखती हैं। फिल्म में राजेश शर्मा ने अच्छा काम किया है वही सुमित व्यास भी फिल्म को बचाने की पूरी कोशिश करते दिख रहे हैं लेकिन इस बार वो नाकम साबित होते दिख रहे हैं। सुमित का विलेन करैक्टर में उनका प्रदर्शन औसत से नीचे है।
अनुश्री मेहता के निर्देशन में बनी यह मूवी काफी अच्छी हो सकती थी, लेकिन कमजोर स्टोरी प्लाट के कारण यह विफल रहा। ‘मिसेज अंडरकवर’ पितृसत्ता, गलतफहमी और हिंसा की जटिल प्रथा को उजागर करती है, लेकिन फिर भी यह लोगों का ध्यान नहीं खींच सका।
रेटिंग: 2/5