2018 में आई फिल्म ‘लस्ट स्टोरी’ का दूसरा सीजन ‘लस्ट स्टोरी 2’ आज ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुका है। इस फिल्म के पहले भाग को एमी अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए नामांकन भी मिला था। अब इस नए सीजन में काजोल, तमन्ना भाटिया, मृणाल ठाकुर, नीना गुप्ता, कुमुद मिश्रा सहित कई कलाकार हैं। चलिए जानते हैं कैसी है फिल्म!
क्या है फिल्म की कहानी?
पिछले सीजन के तरह ही इस सीजन में भी 4 कहानियां हैं। पहली कहानी का निर्देशन आर बाल्की ने की है। पहले भाग में नीना गुप्ता दादी का किरदार निभा रही हैं, जो आज के जमाने के हिसाब से काफी कूल हैं। वो अपनी पोती(मृणाल ठाकुर) को शादी से पहले टेस्ट ड्राइव लेने का सलाह देती हैं। यह कहानी शादीशुदा जिंदगी में यौन संबंध को लेकर बनाई गई है।
दूसरी कहानी को कोंकणा सेन ने निर्देशित किया है। कोंकणा की इस कहानी में तिल्लोत्तमा शोम और अमृता सुभाष ने किरदार निभाया है। यह कहानी यौन जीवन की दबी हुई आकांक्षा को लेकर बनी है।
तीसरी कहानी का निर्देशन सुजॉय ने किया है। उनकी इस कहानी को तमन्ना और विजय ने संभाला है। हालांकि यह कहानी अधूरी लगती है, इसमें बस ग्लैमर का यूज किया है।
चौथी कहानी को अमित रवींद्रनाथ शर्मा ने लिखा है। इसमें काजोल और कुमुद मिश्रा मुख्य किरदार में हैं। इस कहानी में काजोल अपने पति कुमुद मिश्रा से परेशान हैं जो रोज घर आकर मारपीट और जबरन सेक्स करता है।
कैसी है कलाकारों की एक्टिंग?
पहली कहानी में नीना ने बहुत ही उम्दा प्रदर्शन किया है। मृणाल और अंगद का एक्टिंग ठीक ठाक है। वहीं दूसरी कहानी में तिलोत्तमा और अमृता ने अपनी ऐक्टिंग से लोगों का दिल जीत रही हैं। वहीं तीसरी कहानी में विजय और तमन्ना ने निराश किया है, दोनों बस ग्लैमर का तड़का लगाते नजर आ रहे हैं। वहीं चौथी कहानी में काजोल और कुमुद ने अपना बेस्ट दिया है, कुमुद मिश्रा हमेशा की तरह अपने एक्टिंग से छा गए। जिस तरह से उन्होंने अपने किरादार को निभाया है वह वाकई काबिले तारीफ है।
कैसा है निर्देशन?
आर बाल्की ने अपनी कहानी को बेहद की शालीन तरीके से कही है। कहानी को बिना अश्लील बनाए उन्होंने बेहद ही अच्छे तरीके से इस एडल्ट कहानी को हमारे सामने परोस दिया। कोंकणा की कहानी और निर्देशन कमाल का है। वहीं सुजॉय ने अपनी कहानी से लोगों को निराश कर दिया।
रिव्यु
लस्ट स्टोरी 2 में अच्छी कलाकर की टोली के होने के बावजूद फिल्म की कहानी निराश कर दिया। फिल्म में सेक्सुअल बातें इतना ज्यादा हो गई हैं की फिल्म बी ग्रेड कैटेगरी की बन के रह गई है। इस फिल्म में बड़े बड़े एक्टर्स और डायरेक्टर्स हैं फिर भी कहीं कहानी मात खा गई तो कहीं एक्टिंग। नीना गुप्ता का ‘टेस्ट ड्राइव’ बार बार सामने आता है जिससे ये थोड़ा बोरिंग हो जाता है।
कोंकणा की कहानी अच्छी है, उनकी यह कहानी मानसिक बीमारी को भी दिखाती नजर आती है।
सुजॉय की कहानी के साथ साथ विजय और तमन्ना की एक्टिंग भी खराब है। तमन्ना बस ग्लैमर दिखाती नजर आईं जिससे फिल्म एकदम बी ग्रेड मूवी बन गई है।
चौथी कहानी में काजोल और कुमुद हैं, उम्मीद की जा रही थी की काजोल और कुमुद अपने किरदार से कमाल करते नजर आएंगे पर डायरेक्टर ने इन बेहतरीन कलाकारों को अच्छे ढंग से इस्तेमाल नहीं कर पाए। हालांकि फिर भी काजोल और कुमुद की कहानी ही इस फिल्म को बचाती नजर आ रही है, शायद इसलिए इस कहानी को सबसे लास्ट में रखा गया था। कहते हैं न ‘अंत भला तो सब भला’, तो शायद मेकर्स भी बेस्ट को लास्ट के लिए बचा कर रखे थे।
रेटिंग 2.5/5