लता मंगेशकर, जिन्हें “मेलोडी की रानी” और “मिलेनियम की आवाज” के रूप में भी जाना जाता है, भारतीय सिनेमा इतिहास में सबसे प्रसिद्ध पार्श्व गायिकाओं में से एक थीं। उनका जन्म 28 सितंबर, 1929 को इंदौर, मध्य प्रदेश, भारत में हुआ था और उन्होंने 1940 के दशक में अपना गायन करियर शुरू किया था। अगले आठ दशकों में, उन्होंने 20 से अधिक भारतीय भाषाओं में 30,000 से अधिक गाने रिकॉर्ड किए, जिससे वह अब तक की सबसे शानदार गायिकाओं में से एक बन गईं।
मंगेशकर को एक अद्वितीय और बहुमुखी आवाज का आशीर्वाद प्राप्त था जो शास्त्रीय से लेकर लोक और पॉप तक सभी शैलियों के गाने सहजता से गा सकती थी। वह अपनी गायकी के जरिए भावनाओं को व्यक्त करने में भी माहिर थीं और उनके गानों ने दुनिया भर के लाखों लोगों के दिलों को छू लिया है। उनके कुछ सबसे लोकप्रिय गीतों में “ऐ मेरे वतन के लोगों,” “ये क्या हुआ,” “प्यार किया तो निभाना,” “दिल दीवाना बिन सजना के,” और “लुका छुपी” शामिल हैं। उन्होंने कई प्रतिष्ठित बॉलीवुड फिल्मों के लिए भी गाना गाया है, जैसे “मुगल-ए-आजम,” “पाकीजा,” “दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे,” और “हम दिल दे चुके सनम।”
मंगेशकर को अपने पूरे करियर में कई पुरस्कार और प्रशंसाएं मिलीं, जिनमें भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न भी शामिल है। उन्हें 1999 में बीबीसी रेडियो द्वारा “वॉयस ऑफ द मिलेनियम” का नाम भी दिया गया था।
मंगेशकर का 6 फरवरी, 2022 को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गईं जो भारतीय संगीत इतिहास में बेजोड़ है। उनके गीतों को सभी उम्र के लोगों द्वारा प्यार और सराहना जारी है, और उन्हें हमेशा भारत की कोकिला के रूप में याद किया जाएगा। लता मंगेशकर की जन्मतिथि के अवसर पर, हम उनके जीवन और भारतीय संगीत में उनके अतुलनीय योगदान का जश्न मनाते हैं। उनके गीतों ने हमारे जीवन को समृद्ध बनाया है और हम सभी को प्रेरित करते रहेंगे।