आज, 4 अगस्त, 2023 को, हम सर्वकालिक महान पार्श्व गायकों में से एक, किशोर कुमार की 94वीं जयंती मना रहे हैं। मध्य प्रदेश के खंडवा में जन्मे आभास कुमार गांगुली, गायन, अभिनय, निर्देशन और संगीत रचना में प्रतिभा के साथ एक सच्चे बहुज्ञ थे।
कुमार का गायन करियर 1950 के दशक की शुरुआत में शुरू हुआ और वह जल्द ही हिंदी सिनेमा के सबसे लोकप्रिय पार्श्व गायकों में से एक बन गए। उनकी बहुमुखी आवाज़ रोमांटिक गीतों से लेकर जोशीले नंबरों से लेकर दुखद गीतों तक कुछ भी गा सकती थी, और वह विभिन्न शैलियों के बीच सहजता से स्विच करने की अपनी क्षमता के लिए जाने जाते थे।
कुमार के कुछ सबसे लोकप्रिय गीतों में “आप की नज़रों ने समझा,” “मेरे सपनों की रानी,” “तुम बिन जाऊँ कहाँ,” “ज़िंदगी एक सफ़र है सुहाना,” और “रूप तेरा मस्ताना” शामिल हैं। ये गीत समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं और संगीत प्रेमियों की पीढ़ियों द्वारा इनका आनंद लिया जाता रहा है।
अपने गायन के अलावा, कुमार ने अभिनेता और निर्देशक दोनों के रूप में 100 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। वह अपनी कॉमिक टाइमिंग और अपने किरदारों में पागलपन का स्पर्श लाने की क्षमता के लिए जाने जाते थे। उनकी कुछ सबसे लोकप्रिय फिल्मों में “अंदाज़,” “प्यार किया तो डरना क्या,” “आराधना,” और “अमर प्रेम” शामिल हैं।
1987 में कुमार की मृत्यु मनोरंजन जगत के लिए एक बड़ी क्षति थी। हालाँकि, उनकी विरासत उनके सदाबहार गीतों और फिल्मों में जीवित है। उन्हें अभी भी सर्वकालिक महान पार्श्व गायकों में से एक माना जाता है, और उनका काम दुनिया भर के लोगों को प्रेरित और मनोरंजन करता रहता है।