हिंदी सिनेमा के सुनहरे युग को दिखाती है जुबली। पुरानी यादों में गोता लगवाती है ‘जुबली’।
‘जुबली’ 1940 के दशक में सिनेमा की जादुई दुनिया को दिखाती है, जब सिल्वर स्क्रीन पर टॉकीज के कल्चर का बोलबाला था। कहानी दिखाती है कि कैसे एक आदमी देश का अगला सुपरस्टार बनने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। स्टारडम की उसकी यह यात्रा, कुछ चौंकाने वाले और तबाही वाले परिणाम लेकर आती है।
अमेज़ॅन प्राइम वीडियो पर प्रसारित वेब सीरिज ‘जुबली’ में प्रसेनजीत चटर्जी, अपारशक्ति खुराना, अदिति राव हैदरी, सिद्धांत गुप्ता, वामिका गब्बी और अन्य कलाकार हैं। ‘जुबली’ की कहानी हिंदी सिनेमा के गोल्डन एरा के साथ-साथ बंटवारे के मंजर को बयां करती है। सीरीज आपको पुराने दौर की मनमोहक दुनिया में ले जाती है। अगर सिनेमा से प्यार है और गोल्डन एरा की यादों में गोते लगाने चाहते हैं, तो ‘जुबली’ आपके लिए है।
‘जुबली’ में वो सभी तत्व उपस्थित हैं, जो एक वेब सीरीज़ को रोचक बना सकते हैं। ये उन लोगों के लिए नहीं है, जिन्हें बात बात पर कुछ तड़क भड़क अथवा गाली गलौज चाहिए। अगर आप अपना समय इन्वेस्ट कर एक बेहतरीन वेब सीरीज़ देखने को तैयार है, तो ‘जुबली’ आपको निराश नहीं करेगी।
अभिनय की बात करें तो अपारशक्ति खुराना ने साबित किया है कि वह एक अभिनेता के तौर पर अपनी कला के प्रति अटूट प्रतिबद्धता रखते हैं, एक सामान्य लड़के से सुपरस्टार बनने के किरदार को उन्होंने बखूबी निभाया है। सिद्धांत गुप्ता भी एक परेशान और मुश्किलों में फंसे लड़के के रोल में छाप छोड़ते हैं। सीरीज में अदिति राव हैदरी का रोल ज्यादा बड़ा नहीं है, लेकिन उन्होंने जितना भी किया, उसमें वो काफी अच्छी लगीं। वहीं राम कपूर, अरुण गोविल और वामिका गब्बी भी अपने रोल से दर्शकों को इंप्रेस करते दिखे। इसके अलावा नंदीश संधू भी जितनी देर पर्दे पर आए, उनके किरदार से निगाहें हटाना मुश्किल रहा।
रेटिंग: 2/5