इम्तियाज अली एक प्रशंसित बॉलीवुड निर्देशक हैं जो अपनी विशिष्ट कहानी और रोमांटिक नाटकों के लिए जाने जाते हैं। इनकी फिल्मों का संगीत भी काफी भावपूर्ण होता है। इम्तियाज की प्रत्येक फिल्म में कहानी कहने, सम्मोहक चरित्रों और जटिल भावनाओं की खोज करने की अपनी यूनिक स्टाइल होती है। फिल्म निर्माण के प्रति उनके अनूठे दृष्टिकोण का अनुभव करने के लिए उनकी फिल्में देखने लायक होती हैं।
आज उनके जन्मदिन के अवसर पर हम उनकी कुछ ऐसी फिल्में लाए हैं जिन्हें आलोचनात्मक प्रशंसा मिली है और इन फिल्मों ने दर्शकों के बीच लोकप्रियता हासिल की है:
जब वी मेट (2007):
शाहिद कपूर और करीना कपूर खान अभिनीत, यह रोमांटिक कॉमेडी-ड्रामा दो व्यक्तियों की यात्रा की कहानी है जो एक ट्रेन में मिलते हैं और उनका जीवन आपस में जुड़ जाता है। फिल्म को अपने नए दृष्टिकोण और यादगार किरदारों के लिए व्यापक प्रशंसा मिली।
लव आज कल (2009):
जब वी मेट का यह सीक्वल आधुनिक दुनिया में प्यार को व्यक्त करने के विभिन्न तरीकों की पड़ताल करता है।
फिल्म में सैफ अली खान और दीपिका पादुकोण हैं, और इसमें अली के करियर की कुछ सबसे खूबसूरत छायांकन शामिल हैं।
रॉकस्टार (2011):
रणबीर कपूर और नरगिस फाखरी अभिनीत, रॉकस्टार एक संघर्षशील संगीतकार के जीवन की पड़ताल करता है जो सफलता पाता है लेकिन व्यक्तिगत परेशानियों से संघर्ष करता है। यह फिल्म अपने आत्मीय संगीत और शक्तिशाली प्रदर्शन के लिए जानी जाती है, खासकर रणबीर कपूर द्वारा।
हाईवे (2014):
आलिया भट्ट और रणदीप हुड्डा अभिनीत, हाईवे एक ऐसी लड़की की कहानी बताती है जिसका अपहरण कर लिया जाता है, लेकिन अपनी यात्रा के दौरान अपने किडनैपर के साथ एक बॉन्ड बना लेती है। फिल्म स्वतंत्रता, सेल्फ डिस्कवरी और सामाजिक बाधाओं के विषयों पर प्रकाश डालती है।
तमाशा (2015):
यह फिल्म इम्तियाज अली को रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण के साथ फिर से जोड़ती है। यह दो व्यक्तियों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो वास्तविकता और कल्पना के बीच की रेखाओं को धुंधला करते हुए एक साथ मिलते हैं और एक काल्पनिक दुनिया बनाते हैं। तमाशा अपने आत्मनिरीक्षण कहानी और शक्तिशाली प्रदर्शन के लिए जाना जाता है।
जब हैरी मेट सेजल (2017):
शाहरुख खान और अनुष्का शर्मा अभिनीत, यह रोमांटिक कॉमेडी-ड्रामा एक टूर गाइड और अपनी खोई हुई सगाई की अंगूठी की तलाश में एक युवा महिला की यात्रा का अनुसरण करता है। फिल्म सुरम्य स्थानों की पृष्ठभूमि के खिलाफ प्यार, रिश्तों और आत्म-खोज की पड़ताल करती है।