करीना कपूर की ओटीटी डेब्यू फिल्म ‘जाने जान’ आज ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म में करीना कपूर, विजय वर्मा और जयदीप अहलावत के साथ नजर आ रही हैं। चलिए जानते हैं कैसी है फिल्म!
क्या है फिल्म की कहानी ?
माया डिसूजा (करीना कपूर खान) अपनी बेटी के साथ कलिम्पोंग में अपनी जिंदगी बिता रही होती है। आमदनी के लिए वह एक कैफे चलाती हैं। एक दिन उनका पति किसी कारण अपने घर वापस आ जाता है लेकिन तभी उसका मर्डर कर दिया जाता है। माया का पड़ोसी नरेन (जयदीप अहलावत) इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है। वहीं करण (विजय वर्मा) माया के पति की हत्या की तहकीकात करने के लिए आता है। साथ ही वह नरेन का दोस्त भी है इस लिहाज से दोनों एक दूसरे को पहले से जानते भी हैं। पहली बार में इस हत्या का पूरा शक माया पर जाता है लेकिन क्या सच में माया ही कातिल है या खून किसी और ने किया है? क्या करण इस केस को सुलझा पाएगा? यह देखने के लिए आपको देखनी होगी ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर जाने जान!
कैसी है कलाकारों की एक्टिंग?
फिल्म में करीना कपूर ने अच्छी एक्टिंग की है। उनके हाव-भाव और डायलॉग डिलीवरी जबरदस्त है। लेकिन कहीं-कहीं वह कमजोर पड़ती नजर आती हैं। वहीं जयदीप अहलावत ने हमेशा की तरह बेहतरीन काम किया है, माया डिसूजा के पड़ोसी यानी नरेन के रूप उन्होंने बहुत ही बढ़िया काम किया है। वहीं पुलिसवाले के रोल में विजय वर्मा काफी जंचे हैं। उनकी स्क्रीन प्रजेंस शानदार लगी है। करीना के साथ विजय वर्मा की जोड़ी और दोनों की केमिस्ट्री दर्शकों को काफी पसंद आएगी। लेकिन कहा जाए तो सीरीज की पूरी लाइमलाइट जयदीप ही खींच ले जाते हैं।
कैसा है फिल्म का निर्देशन?
सुजॉय घोष एक ऐसे निर्देशक हैं जो क्राइम थ्रिलर कहानी को बेहतरीन तरीके से पेश करना जानते हैं। वह सस्पेंसऔर थ्रिलर को अच्छी तरह से बरकरार रखते हैं। ‘जाने जान’ में भी उन्होंने सस्पेंस और थ्रिलर का जबरदस्त तड़का लगाया है। कहानी और कास्ट अच्छी है फिल्म की, हालांकि फिर भी कहीं कुछ कमी सी लगती है।
रिव्यू
यह फिल्म जापानी उपन्यास ‘द डिवोशन ऑफ़ सस्पेक्ट एक्स’ के ऊपर आधारित है। सुजॉय घोष ने फिल्म का निर्देशन किया है, हालांकि फिल्म में उन्होंने इस बात पर ज्यादा जोर दिया है की पुलिस कातिल को नहीं बल्कि कातिल कैसे पुलिस को चकमा दे रहा है। फिल्म की कहानी अच्छी थी, लेकिन कई ऐसे सीन हैं जिससे फिल्म हल्की लगने लगती है। जैसे पुलिस का माया पर शक करना, पुलिस कई सुराग भी आसानी से पा लेती है जिससे फिल्म ढीली पड़ जाती है।
एक्टिंग में भी करीना कपूर और विजय वर्मा पर जयदीप अहलावत भारी पड़ते नजर आए। उन्होंने हर सीन में अपना बेस्ट दिया है। विजय और करीना की जोड़ी भी अच्छी है। लेकिन फिल्म के स्क्रिप्ट के वजह से यह एक अच्छी थ्रिलर नहीं बन पाती है। कुल मिलाकर कहा जाए तो एक्टिंग देखने के लिए फिल्म अच्छी है, कहानी और स्क्रिप्ट के वजह से करीना का डेब्यू फिल्म फीका पड़ गया।
रेटिंग 2/5