बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत पर एक फिल्म बनी है, जिस पर बैन करने की अर्जी डाली गई थी। अब हाई कोर्ट ने बैन लगाने से इनकार कर दिया है।
साल 2020 जब पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा था, तभी एक और काला दिन 14 जून 2020 को चहेते अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने इस दुनिया को छोड़ परलोक सिधार गए थे।
दिवंगत एक्टर सुशांत मुंबई स्तिथ अपने आवास में मृत पाए गए थे, जिसके बाद देश में काफी हंगामा हुआ था। दरअसल, आरोप था की सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती ने सुशांत को ड्रग्स दे कर मार डाला है। जिसके बाद से बॉलीवुड में ड्रग्स की पोल खुल गई, साथ ही अभिनेत्री रिया को जेल की हवा भी खानी पड़ी थी।
अब सुशांत की जीवनी पर एक फिल्म ‘न्याय: द जस्टिस’ बनाई गई है,जो ओटीटी प्लेटफॉर्म लपालप ओरिजिनल पर स्ट्रीम हो चुकी है। इस फिल्म के रिलीज के बाद सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने फिल्म पर बैन लगाने की मांग करते हुए एक याचिका दायर की थी। इसके साथ ही उन्होंने मेकर्स के खिलाफ राइट टू प्राइवेसी के हनन के तहत मामला भी दर्ज करवाया था।
अब इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा,“व्यक्तित्व अधिकारों के साथ-साथ गोपनीयता और प्रचार के अधिकार भी सुशांत सिंह राजपूत की मौत के साथ समाप्त हो गए हैं। और किसी भी व्यक्ति की मौत के बाद उनके अधिकार किसी रिश्तेदार या संबंधी को विरासत में नहीं दिए जा सकते हैं।” कोर्ट ने आगे कहा, “यदि यह भी मान लिया जाए कि फिल्म सुशांत को बदनाम करती है तो ये अधिकार स्वंय अभिनेता के हैं। इन्हें उनके पिता को नहीं दिया जा सकता। यह फिल्म मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है, जो सावर्जनिक तौर पर उपलब्ध हैं।”