आयुष्मान खुराना की फिल्म ड्रीम गर्ल 2 आज थिएटर में रिलीज हो चुकी है। जब से इस फिल्म का एलान हुआ था, लोग इस फिल्म के रिलीज को लेकर बेताब थे। बता दें, यह चार साल पहले आई फिल्म ड्रीम गर्ल का सिक्वल है। इस फिल्म से लोगों को काफी उम्मीदें हैं। आज जब यह फिल्म रिलीज हो चुकी है, तो चलिए जानते हैं कैसे है फिल्म!
क्या है फिल्म की कहानी?
इस फिल्म की भी कहानी पिछले भाग की कहानी को लेकर आगे बढ़ी है। जो पिता जगजीत सिंह(अन्नू कपूर) और बेटे करमवीर सिंह(आयुष्मान खुराना) की है। जैसा की पिछले फिल्म में देखा गया था, करमवीर पैसा कमाने के लिए कॉल सेंटर में काम करता है, इस फिल्म में भी कहानी वही है। चलिए चलते हैं असली प्लॉट पर!
इस फिल्म में पिता के वजह से करमवीर सिंह के ऊपर कर्ज बढ़ जाता है। वहीं एक तरफ इसके सर पर कर्ज का भार हैं वहीं, दूसरे तरफ यह परी(अनन्या पांडे) से प्यार करता है लेकिन इसके पिता ने करमवीर से 6 महीने में अमीर होने की शर्त रखी है। इसके लिए करमवीर एक बार फिर पूजा बन कर पैसा कमाने लगता है। फिर पूजा के जिंदगी में अबू सलीम, सोना भाई, शौकिया, जुमानी समेत कई लोग आते हैं। अब इनके आने से पूजा यानी करमवीर के लाइफ में क्या होता है, करमवीर परी से शादी कर पाता है या नहीं, यह जानने के लिए आपको देखना होगा ड्रीम गर्ल 2!
कैसी है कलाकारों की एक्टिंग?
इस फिल्म में अधिकतर किरदार पुराने फिल्म से ही लिए गए हैं, और पिछले बार की तरह ही इस बार भी आयुष्मान खुराना ने अपनी ऐक्टिंग से लोगों का दिल जीत लिया है। पूजा के किरदार में उन्होंने वाकई अच्छी एक्टिंग की है। अन्नू कपूर और विजय राज हमेशा की तरह मजेदार नजर आए। परेश रावल, राजपाल यादव, मनजोत सिंह समेत बाकी कलाकारों ने भी अच्छी एक्टिंग है। लेकिन एक बार फिर अनन्या पांडे की एक्टिंग में परफेक्शन नजर नहीं आया। कई बार वह किरदार में फिट नजर नहीं आई हैं।
कैसा है निर्देशन?
इस बार इस फिल्म के निर्देशन की कमान राज शांडिल्य के हाथों में था। फिल्म की कहानी और स्क्रिप्ट अच्छी लिखी गई है जिस वजह से राज को अपना कमाल दिखाने का शायद मौका नहीं मिला होगा, लेकिन फिल्म अच्छी बनी और बुनी गई है।
रिव्यू
ड्रीम गर्ल एक कॉमेडी फ्रेंचाइजी है, इसकी पहली भाग को भी लोगों ने काफी पसंद किया था। अब दूसरी फिल्म भी आ चुकी है और पहले भाग की तरह ही इस फिल्म में कॉमेडी सीन भरे पड़े हैं। फिल्म में कई मजेदार वन लाइनर हैं जिसके लिए आपको एक्टिव होकर सुनना पड़ेगा। फिल्म खूब हंसाती है लेकिन उसके लिए आपको सचेत होकर फिल्म पर ध्यान देना होगा। फिल्म उनके लिए बहुत खास है जो खास कर थिएटर में जाकर फिल्म हंसने और एन्जॉय करने के लिए देखते हैं।
फिल्म पूरी तरह से आयुष्मान के कंधे पर टिकी हुई है, वही फिल्म की हीरोइन भी आयुष्मान ही हैं क्योंकि पूजा का किरदार ज्यादा अच्छा है। अनन्या पांडे कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई जिस वजह से वह छाप नहीं छोड़ पाईं। इस फिल्म के कमी की बात करें तो पहली फिल्म के तरह इस फिल्म का संगीत नहीं हो पाया, बाकी फिल्म अच्छी है। परिवार के साथ बैठ कर फिल्म एंजॉय कर सकते हैं।
रेटिंग: 2/5