नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने हाल में अपने भाई शमास सिद्दीकी पर 100 करोड़ की मानहानि का मुकदमा दर्ज किया था। जिस पर हर्जाने की मांग को लेकर इस मुकदमे की सुनवाई आज हाईकोर्ट में हुई।
बुधवार को बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई थी। अब इस मामले में दो अलग दावे सुनने को मिल रहें हैं। शमास सिद्दीकी के वकील दीपेश मेहता का कहना है कि कोर्ट ने उन्हें तीन मई की तारीख दी है। वहीं नवाजुद्दीन का खेमा इन दावों को बेबुनियाद करार देता है। उनका कहना है कि फैसला नवाज के पक्ष में जा रहा है।
तीन मई को तय होगा कि क्या करना है? वैसे भी शमास के साथ सेटलमेंट की गुंजाइश कम है, क्योंकि उन पर पैसों की लेन-देन का भी मामला है, जो उन्होंने नवाज के मैनेजर रहते हुए किया था। उस केस की अलग से सुनवाई 21 अप्रैल को होनी है। अब अगर नवाज खुद शमास की सभी गलतियां माफ कर दें तो ही शमास को राहत मिलेगी। वरना तो उनके खिलाफ चार्जेज हैं, उसकी सजा कानून के हिसाब से तय होगी।’
कोर्ट ने हिदायत दी है कि अगली सुनवाई तक दोनों खेमा सोशल मीडिया पर एक दूसरे के ऊपर छींटाकशी नहीं करेगा। कोर्ट ने यह भी कहा, भाइयों के बीच कोई भी बातचीत तभी शुरू हो सकती है, जब शमसुद्दीन सिद्दीकी अपने मानहानि वाले पोस्ट को हटा दें, जिसमें अभिनेता को कथित तौर पर बलात्कारी और छेड़छाड़ करने वाला कहा गया है।