अमिताभ बच्चन ने हाल ही खुलासा किया है कि कैसे सरोजिनी नायडू ने उनके पिता हरिवंश राय बच्चन और तेजी बच्चन के अंतरजातीय विवाह को सपोर्ट किया था।
मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने खुलासा किया है कि कैसे ‘भारत कोकिला’ सरोजिनी नायडू ने उनके पिता हरिवंश राय बच्चन को सांत्वना दी थी जब उन्होंने अपनी जाति से बाहर जाकर तेजी से शादी की थी, जिसे उस समय इलाहाबाद में हीन दृष्टि से देखा जाता था।
हरिवंश राय बच्चन ‘नयी कविता’ साहित्यिक आंदोलन के कवि और लेखक थे। वह अपने काम ‘मधुशाला’ के लिए सबसे ज्यादा जाने जाते हैं। उन्होंने 1941 में तेजी से शादी की। हाल ही में एक निजी किस्सा साझा करते हुए अभिनेता ने कहा, ‘मुझे यह कहने में थोड़ा झिझक हो रही है लेकिन सरोजिनी नायडू मेरे पिता की बहुत बड़ी प्रशंसक थीं। मेरे पिता ने अंतरजातीय विवाह किया था। मेरी मां तेजी एक सिख परिवार से थीं। उस समय इलाहाबाद में अंतरजातीय विवाह और दूसरे धर्म में विवाह करने को हीन दृष्टि से देखा जाता था। जब मेरे पिता मेरी मां को इलाहाबाद लाए तो उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा।”
“सरोजिनी नायडू उन्हें सांत्वना देने वाली पहली व्यक्ति थीं। उन्होंने उन्हें पंडित जवाहरलाल नेहरू से मिलवाया जो इलाहाबाद के आनंद भवन में रहते थे। मुझे आज भी याद है कि किस तरह उन्होंने मेरे पिता का परिचय उनसे कराया था। उन्होंने कहा था, ‘कवि और उनकी कविता से मिलें’।