अभी हाल ही रिलीज हुई फिल्म ‘आदिपुरुष’ को लेकर काफी विवाद हो रहा है, इसी सिलसिले में 90 के दशक में आई ‘रामायण’ के निर्देशक रामानंद सागर के बेटे ने ‘रामायण’ को लेकर भी कई खुलासे किए हैं।
‘आदिपुरुष’, इस फिल्म को साल का मोस्ट अवेटेड फिल्म माना गया था, लेकिन फिल्म रिलीज होने के बाद यह अपने खराब संवाद और वीएफएक्स से दर्शकों को निराश कर दी। फिल्म अपने संवाद को लेकर काफी विवादों में पड़ता चला जा रहा है। दर्शक इस फिल्म का तुलना 90 के दशक में आई ‘रामायण’ से करने लगे की वह भी रामायण पर आधारित था, जिसके चाहने वाले आज भी है। लेकिन क्या आप जानते हैं आदिपुरुष के तरह रामानंद सागर की रामायण भी विवादों में घिर गई थी?
आदिपुरुष पर हो रहे विवाद के बीच रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने एक न्यूज चैनल में खुलासा किया कि जिस तरह आज आदिपुरुष को लेकर विवाद है, उसी तरह उन दिनों रामायण को लेकर भी काफी विवाद हुआ था।
बात यह थी की रामायण का समापन 78 एपिसोड जब सीता माता धरती कर प्रकट हुईं, इसके बाद हुआ। समापन के बाद लोग रामायण की कहानी को आगे बढ़ाने की मांग करते हुए रामानंद सागर को रोजाना हजारों पत्र लिखने लगे। उस समय रामानंद सागर ने आगे की कहानी दिखाने से मना कर दिया क्योंकि लव कुश की कहानी कल्पना पर आधारित होती। फिर भी दर्शकों के अनुरोध पर रामानंद सागर ने कहानी आगे बढ़ाई जिसको लेकर विवाद काफी ज्यादा हुआ। विवाद यहां तक बढ़ गया था की रामानंद सागर पर कई मुकदमे भी दर्ज हुए थे, जिन्हें खत्म करने के लिए रामानंद सागर को सीरियल खत्म होने के बाद भी 10 साल तक कार्ट के चक्कर लगाने पड़े थे।