कुछ फिल्मों को स्थान के आधार पर याद किया जाता है; उदाहरण के लिए, वाईआरएफ की लगभग सभी फिल्मों की शूटिंग खूबसूरत जगहों पर की गई है, जो देखने में आनंददायक है।
दूसरी ओर, कथानक और पटकथा की मांग के कारण कुछ बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग बड़े पैमाने पर एक ही स्थान पर की गई है, लेकिन निर्देशक फिल्म निर्माण के अपने अनूठे तरीके से दर्शकों को आकर्षित करने में कामयाब रहे हैं। यहां ऐसी ही 5 फिल्मों के बारे में बताया गया है:
1.ट्रैप्ड, 2016
जब एक आदमी अपने नए फ्लैट में बिना किसी संपर्क के फंस जाता है और उनके ठिकाने को जानने वाला कोई नहीं होता तब चीजें मुश्किल हो जाती हैं।
राजकुमार राव के फिल्म को बड़े पैमाने पर एक ही स्थान पर फिल्माया गया था।
2. रेनकोट, 2004
ऐश्वर्या राय बच्चन और अजय देवगन अभिनीत यह नाटक दो पूर्व प्रेमियों के इर्द-गिर्द घूमता है, जो एक बरसात की दोपहर में मिलते हैं।
फिल्म ज्यादातर एक हीं कमरे में सेट की गई है।
3. पीहू, 2018
विनोद कापरी द्वारा निर्देशित इस थ्रिलर फिल्म का अधिकांश भाग एक फ्लैट में शूट किया गया था।
इस फिल्म का प्लॉट एक दो साल की बच्ची के इर्द-गिर्द घूमता है, जो घर पर अकेली होती है।
4. कौन, 1999
1999 की यह थ्रिलर फिल्म घर पर अकेली एक लड़की (उर्मिला मातोंडकर) की कहानी बताती है, जो अचानक एक अजनबी (मनोज बाजपेयी) को अपने रास्ते में आने की कोशिश करती हुई पाती है। इस फिल्म को एक ही फ्लैट में शूट किया गया था।
5. फोबिया, 2016
राधिका आप्टे की यह फिल्म एक ऐसी लड़की की कहानी पर आधारित है जो खुली जगहों से डरती है। पवन किरपालानी के निर्देशन में बनी इस फिल्म का ज्यादातर हिस्सा एक ही लोकेशन पर शूट किया गया है।